दादी मां कहती थी सर्दियों के टाइम में सर्दी जुकाम होना कोई बड़ी बात नहीं है दवाइयां खाने से आराम तो मिल ही जाता है, लेकिन दादी मां के देसी टोटके आज भी उतने ही सटीक हैं जितने पहले थे। इन उपाय को अपनाने से कोई नुकसान नहीं होता है ना ही ज़्यादा खर्च। बस रसोइ में रखी कुछ घरेलू उपाय से आप अपनी सर्दी-जुकाम की समस्या को दूर कर भगा सकते हैं।
दादी मां के 10 असरदार देसी तरीके सर्दी-जुकाम के लिए
1. अदरक और शहद का असर
सामग्री अदरक का रस और शहद
एक चम्मच अदरक का रस लें और उसमें आधा चम्मच शहद मिला लें
दिन में दो बार उपयोग करें
लाभ यह गले की खराश, खांसी और नाक बंद जैसी बिमारी तुरंत लाभ पहुंचता है।
2. तुलसी का काढ़ा – हर घर की औषधि
सामग्री तुलसी की पत्तियां, काली मिर्च, अदरक, और लौंग
चार से पाँच तुलसी की पत्तियां उबालें।
उसमें थोड़ा अदरक और दो काली मिर्च डालें।
5 मिनट उबालकर छान लें और गर्म ही पिएं।
फायदा यह काढ़ा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
3. प्याज का रस और शहद
एक छोटा चम्मच प्याज का रस लें।
उसमें आधा चम्मच शहद मिलाकर सुबह खाली पेट पिएं।
फायदा यह नाक की जकड़न और बलगम को साफ करता है।
4. नींबू और गर्म पानी
आधे नींबू का रस एक गिलास गर्म पानी में मिलाएं।
उसमें थोड़ा शहद डालें और सुबह-सुबह पिएं।
फायदा यह शरीर को डिटॉक्स करता है और इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है।
5. स्टीम थेरेपी (भाप लेना)
पानी में अजवाइन या विक्स डालकर भाप लें।
सिर पर तौलिया रखकर 5 मिनट तक भाप लें।
फायदा नाक खुलती है, सिरदर्द दूर होता है और सांस लेने में राहत मिलती है।
6. हल्दी वाला दूध – सबसे पुराना इलाज
“एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर अच्छी तरह उबालें — यह देसी नुस्खा सर्दी-जुकाम और शरीर की थकान दूर करने में बहुत फायदेमंद है।”
रात में सोने से पहले पिएं।
फायदा यह गले की सूजन, खांसी और जुकाम में आराम देता है।
7. काली मिर्च और शहद का मिश्रण
एक चुटकी काली मिर्च पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाएं।
दिन में दो बार सेवन करें।
फायदा यह गले की खराश और बलगम को साफ करता है।
8. नमक के पानी से गरारा
एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएँ और उससे गरारे करें — यह गले के दर्द और सूजन को तुरंत आराम देता है।
दिन में दो बार गरारा करें।
फायदा यह गले के दर्द और संक्रमण को कम करता है।
9. अजवाइन का धुआं या भाप
अजवाइन को तवे पर गर्म करें और उसकी भाप लें।
फायदा: नाक और गले की जकड़न से तुरंत राहत।
10. सूप और गर्म तरल पदार्थ
वेजिटेबल सूप, अदरक की चाय, या गर्म पानी बार-बार लें।
फायदा शरीर में हाइड्रेशन बना रहता है और संक्रमण जल्दी खत्म होता है।
दादी मां के कुछ एक्स्ट्रा सुझाव
ठंडी चीज़ों से बचें (आइसक्रीम, ठंडा पानी)।
दिन में दो बार पैर गरम पानी में डालें।
नींद पूरी लें और तनाव कम करें।
धूल-मिट्टी से बचें और मास्क का उपयोग करें।
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए दादी मां के 3 खास टोटके
1. सुबह भीगे बादाम खाना
इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है और सर्दी-जुकाम से बचाव होता है।
2. गिलोय का रस
गिलोय शरीर को संक्रमण से बचाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
3. धूप सेंकना
सुबह की धूप में 10 से 15 मिनट बैठें। विटामिन D शरीर को मजबूत बनाता है।
सावधानियाँ (Precautions)
अगर 4 से 5 दिन में आराम न मिले तो डॉक्टर से सलाह लें।
बच्चों और बुजुर्गों को दवा या काढ़ा सीमित मात्रा में ही दें।
एलर्जी वाले लोग किसी भी उपाय से पहले जांच लें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. क्या दादी मां के ये नुस्खे बच्चों के लिए सुरक्षित हैं?
हाँ, लेकिन मात्रा कम रखें और शहद 1 वर्ष से छोटे बच्चों को न दें।
Q2. सर्दी-जुकाम में क्या दूध पीना चाहिए?
हाँ, अगर गले में ज्यादा बलगम नहीं है तो हल्दी वाला दूध फायदेमंद है।
Q3. क्या भाप रोज़ लेना ठीक है?
हाँ, दिन में 1 से 2 बार भाप लेने से नाक और गले को आराम मिलता है।
Q4. सर्दी से जल्दी राहत पाने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?
हां मेरी दादी मां कहती थी तुलसी का काढ़ा, अदरक-शहद और स्टीम सबसे तेज़ असर करते हैं।
अपनी जड़ों की ओर लौटें आज़ माएँ दादी-नानी के परखे हुए उपाय
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निष्कर्ष (Conclusion)
दादी मां के देसी टोटके सिर्फ नुस्खे नहीं, बल्कि पीढ़ियों से चली आ रही घरेलू चिकित्सा हैं।
इन उपायों से सर्दी-जुकाम जैसे छोटे संक्रमण में जल्दी राहत मिलती है और शरीर प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रहता है।
आज भी जब दवाइयाँ अस्थायी राहत देती हैं, तब दादी मां का टोटका जड़ से इलाज करता है
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